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उदाहरण वाक्य
1.
हो भूख से बेजार बढ़ाकर जब कोई हाथ
2.
उन्होंने बॉम्बे टॉकीज की नई खोज को खारिज करते हुए कहा कि नया हीरो तो भूख से बेजार मरियल सा दिखता है।
3.
इस दौर की एक घटना (ऐसी कइयों में से एक) भूख से बेजार एक माँ से सम्बन्धित है जिसका पति जेल में था और जिसने भूख से मरते अपने बच्चे को पिलाने के लिये अपने ही खून का सूप बनाया।
4.
इस दौर की एक घटना (ऐसी कइयों में से एक) भूख से बेजार एक माँ से सम्बन्धित है जिसका पति जेल में था और जिसने भूख से मरते अपने बच्चे को पिलाने के लिये अपने ही खून का सूप बनाया।
5.
लेकिन ऐसी ही एक पंक्ति का जिक्र करते हुए ' हो भूख से बेजार जब उतारता कोई स्वर्ण मुद्रिका जल रही चिता के हाथ' जब उन्होंने इसे अपनी पसंदीदा कविताओं में दर्ज कराया तो यह पंक्ति पढ़ते हुए उनकी आखें सजल हो उठीं।
6.
हाथ में सिगरेट लेकर रास्ते पर चलते हुए टीवी के कैमरे के सामने अपने विचारों की आग उगलते हुए अपने को बहुत अच्छे लगते हैं गरीबी और भुखमरी पर लिखते हैं बडे-बडे ग्रंथ शब्दों में मार्मिकता का बोध गढ़ते हैं पर यह तुम्हारा गढा गया सोच कभी गरीब और भूख से बेजार लोगों का पेट नहीं भर सकता जिनके लिए तुम सब रचते हो वही लोग उसे नहीं पढ़ते हैं
7.
इस अवसर पर कुलवंत सिंह की रचनाओं पर टिप्पणी करते हुए अध्यक्ष श्री नौटियाल जी ने कहा कि कुलवंत की कुछ रचनाएँ भले ही काव्य के पारखियॊं की दृष्टि में उतनी खरी न उतरें ; लेकिन ऐसी ही एक पंक्ति का जिक्र करते हुए ' हो भूख से बेजार जब उतारता कोई स्वर्ण मुद्रिका जल रही चिता के हाथ ' जब उन्होंने इसे अपनी पसंदीदा कविताओं में दर्ज कराया तो यह पंक्ति पढ़ते हुए उनकी आखें सजल हो उठीं ।
8.
लेकिन ऐसी ही एक पंक्ति का जिक्र करते हुए ' हो भूख से बेजार जब उतारता कोई स्वर्ण मुद्रिका जल रही चिता के हाथ' जब उन्होंने इसे अपनी पसंदीदा कविताओं में दर्ज कराया तो यह पंक्ति पढ़ते हुए उनकी आखें सजल हो उठीं ।राजम नटराजम ने कुलवंत की एक कविता 'पदचिन्ह' की इन पंक्तियों को पढ़ते हुए-'बचपन में मैने गौतम बुद्ध को पढ़ा था,उनका साधूपन भाया था / सोचा था / मैं भी, तन से न सही, मन सेअवश्य साधू बनूंगा / समझ नही आता, आज लोग मुझे बेवकूफ क्यों कहते हैं';